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जुलाई, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

आंखों का फ्लू, भारत में बढ़ते मामले

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 **आंखों का फ्लू, भारत में बढ़ते मामले** Eye flu  आंखों का फ्लू, जिसे कंजंक्टिवाइटिस भी कहा जाता है, आंखों की एक आम बीमारी है. यह एक संक्रामक बीमारी है, जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकती है. आंखों का फ्लू के लक्षण हैं: * आंखों में लालिमा * आंखों में जलन * आंखों में खुजली * आंखों से पानी आना * आंखों में सूजन * आंखों से पीला या सफेद पदार्थ निकलना आंखों का फ्लू का इलाज आमतौर पर एंटीबायोटिक दवाओं या आई ड्रॉप्स से किया जाता है. हालांकि, कुछ मामलों में आंखों का फ्लू गंभीर हो सकता है और आंखों की रोशनी को नुकसान पहुंचा सकता है. भारत में आंखों का फ्लू के मामलों में पिछले कुछ वर्षों में वृद्धि देखी गई है. इसकी मुख्य वजह है: * बढ़ती जनसंख्या * बढ़ता प्रदूषण * बदलते मौसम * लोगों के बीच स्वच्छता के मानकों में कमी आंखों का फ्लू से बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय हैं: * अपने हाथों को बार-बार धोएं. * आंखों को छूने से बचें. * अगर आपके पास आंखों का फ्लू है, तो दूसरों से दूर रहें. * आंखों में इस्तेमाल होने वाले तौलिये और अन्य सामान को साझा न करें. * आंखों को धोने के लिए साफ पानी का इस्तेमाल करे

कारगिल विजय दिवस भारत के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है

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 कारगिल विजय दिवस भारत के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है. यह दिन भारत और पाकिस्तान के बीच हुए कारगिल युद्ध में भारतीय सेना की जीत का जश्न मनाता है. कारगिल युद्ध 3 मई से 26 जुलाई, 1999 तक लड़ा गया था. इस युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को करारी हार दी थी. कारगिल विजय दिवस भारत के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है कारगिल युद्ध की शुरुआत तब हुई जब पाकिस्तान ने भारत के कब्जे वाले कारगिल क्षेत्र में घुसपैठ की और कई ऊंची चोटियों पर कब्जा कर लिया. भारतीय सेना ने पाकिस्तानी घुसपैठियों को खदेड़ने के लिए ऑपरेशन विजय शुरू किया. इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी घुसपैठियों को भारी नुकसान पहुंचाया और सभी ऊंची चोटियों पर कब्जा कर लिया. कारगिल युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को करारी हार दी थी. इस युद्ध में भारत ने पाकिस्तानी सेना को 1,357 सैनिकों को मार गिराया था. भारतीय सेना ने भी इस युद्ध में 527 जवानों को खो दिया था. कारगिल विजय दिवस भारत के लिए एक गौरवशाली दिन है. यह दिन भारत की सेना की बहादुरी और वीरता का प्रतीक है. इस दिन देश भर में कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है. इस दिन भारतीय सेना के जवानों को सम्मानित किया

ITC Shares Plummet as Company Faces Declining Trade and Investor Concerns

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**ITC Shares Plummet as Company Faces Declining Trade and Investor Concerns** ITC share price  ITC shares plummeted today, falling by as much as 4.15% to ₹469.50. This is the lowest level the stock has traded at in over a year. There are a number of factors that are contributing to the decline in ITC's share price. First, the company is facing declining trade. ITC's cigarette business, which accounts for the majority of its revenue, has been hit hard by the decline in cigarette sales in India. The company's other businesses, such as hotels and paper, are also facing headwinds. Second, investors are concerned about the company's future growth prospects. ITC has been slow to diversify into new businesses, and its core businesses are facing increasing competition. As a result, investors are worried that the company's earnings growth will slow in the coming years. The decline in ITC's share price is a setback for the company. ITC is one of India's largest and mo

ज्ञानवापी मस्जिद विवाद

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** ज्ञानवापी मस्जिद विवाद ** ज्ञानवापी मस्जिद एक मस्जिद है जो वाराणसी, उत्तर प्रदेश, भारत में स्थित है. यह मस्जिद 16वीं शताब्दी में मुगल सम्राट शाहजहाँ द्वारा बनाई गई थी. 1991 में, एक हिंदू समूह ने अदालत में एक याचिका दायर की, जिसमें दावा किया गया था कि मस्जिद वास्तव में एक हिंदू मंदिर है, जिसे मुगलों द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था. अदालत ने 2022 में मस्जिद परिसर की वीडियोग्राफी और सर्वेक्षण का आदेश दिया. सर्वेक्षण के बाद, हिंदू समूह ने दावा किया कि मस्जिद परिसर में हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां और अवशेष पाए गए हैं. मुस्लिम समुदाय ने इन दावों का खंडन किया है और कहा है कि मस्जिद एक धार्मिक स्थल है और इसे पूजा के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए. ज्ञानवापी मस्जिद विवाद एक संवेदनशील मुद्दा है, जो हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच तनाव पैदा कर सकता है. यह विवाद भारत के इतिहास और संस्कृति के बारे में भी सवाल खड़ा करता है. **ज्ञानवापी मस्जिद विवाद का इतिहास** ज्ञानवापी मस्जिद का निर्माण 16वीं शताब्दी में मुगल सम्राट शाहजहाँ द्वारा कराया गया था. यह मस्जिद काशी विश्वनाथ मंदिर के स्थान पर बनाई गई थी

**game se earning kaise karen**

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** game se earning kaise karen ** Games se earning  game khelna aapko bahut maza aata hai, lekin kya aap jante hain ki aap game khelne se paise bhi kama sakte hain? ha, aap game khelne se paise kama sakte hain, aur ismein aapko bahut maza aayega. game se paise kamane ke kai tarike hain, lekin yahan kuchh sabse lokpriya tarike diye gaye hain: * ** esports khelen ** esports professional game khelne ka ek tarika hai. agar aap bahut achhe game khelte hain, to aap esports tournament mein shamil ho sakte hain aur jeetne per paise kama sakte hain. esports tournament mein lakhon rupaye ke puraskar diye jaate hain, isliye agar aap achhe game khelte hain, to yah aapko bahut paise kamane ka ek shandar tarika ho sakta hai. * ** game stream karen ** game stream karna bhi game se paise kamane ka ek shandar tarika hai. aap apne game khelne ka video live stream kar sakte hain aur apne dekhne walon se paise kama sakte hain. aap apne dekhne walon se donation le sakte hain, ya aap unhen apni website ya c

Bigg Boss OTT season 2 Voting Poll & Live Result Today

Bigg Boss aap kise vote Dena chahenge? Elvish yadav Abhishek malhan Akanksha Puri Jiya Shankar Pooja Bhatt Falaq Naaz Bebika Dhurve Avinash Sachdev Jad Hadid Manisha Rani Created with Super Survey **Bigg Boss OTT 2 Nominated Contestants This Week** The nominations for this week's eviction on Bigg Boss OTT 2 are: * Elvish Yadav * Jiya Shankar * Avinash Sachdev * Aashika Bhatia * Jad Hadid * Falaq Naaz The nominations were announced on Sunday, July 17, 2023, after a task that required the contestants to nominate each other based on who they thought was the weakest link in the house. Elvish Yadav, Jiya Shankar, Avinash Sachdev, and Aashika Bhatia were all nominated by multiple contestants, while Jad Hadid and Falaq Naaz were nominated by one each. The final decision of who will be evicted this week will be made by the viewers, who can vote for their favorite contestants through the Bigg Boss OTT 2 app. The nominations come at a time when the house is divided into two factions: the &qu

मणिपुर हिंसा का असली कारण: एक विश्लेषण

 😱मणिपुर हिंसा का असली कारण: एक विश्लेषण प्रस्तावना: मणिपुर एक नौबल राज्य है जो भारत के उत्तर-पूर्वी हिस्से में स्थित है। इस क्षेत्र में हाल ही में हिंसा के घातक घटनाएं हुई हैं, जिसने इस समृद्ध और सौन्दर्यपूर्ण राज्य को व्यापक उत्साह के साथ स्तब्ध कर दिया है। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम मणिपुर में हुई हिंसा के पीछे के असली कारणों का पता लगाने का प्रयास करेंगे। 1. सामाजिक और सांस्कृतिक विभिन्नता: मणिपुर एक संवैधानिक राज्य है जिसमें विभिन्न समुदायों और जनजातियों का विविधता है। समुदायों के बीच सम्बन्ध इतने सरल नहीं हैं, जो समय-समय पर विवादों का कारण बनते हैं। इस विभिन्नता का प्रबलीकरण और समाधान समर्थन के अभाव में यह उत्पन्न उत्साह और हिंसा के रूप में व्यक्त हो सकता है। 2. राजनीतिक विवाद: राजनीतिक विवाद भी मणिपुर में हिंसा के पीछे का एक मुख्य कारण हो सकता है। सत्ता के लिए जुझते राजनेताओं के बीच मतभेद और अपरिष्कृतता के कारण यह राज्य विवादों में घिर सकता है। राजनीतिक आतंकवाद भी इसका परिणाम हो सकता है, जो पूरे क्षेत्र को आलोचना और असहयोगी बना सकता है। 3. अर्थव्यवस्था की कमजोरी: मणिपुर की अर्थव्यव

कोणार्क हिंदू मंदिर के कुछ रहस्य जो आज भी नई जनता कोय

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** कोणार्क मंदिर ** कोर्णाक सूर्य मंदिर कोणार्क मंदिर भारत के ओडिशा राज्य के पुरी जिले में स्थित एक हिंदू मंदिर है. यह मंदिर सूर्य देव को समर्पित है और 13वीं शताब्दी में गंग वंश के राजा नरसिंह देव प्रथम द्वारा बनवाया गया था. यह मंदिर अपने अद्भुत वास्तुकला और मूर्तिकला के लिए प्रसिद्ध है. कोणार्क मंदिर एक रथ के आकार में बना है. मंदिर में 24 खंभे हैं जो रथ के पहियों के रूप में हैं. मंदिर के शीर्ष पर एक विशाल सूर्य मूर्ति है. मंदिर के चारों ओर नृत्य और संगीत के देवी-देवताओं की मूर्तियां हैं. कोणार्क मंदिर को 1599 में मुगल बादशाह औरंगजेब ने नष्ट कर दिया था. लेकिन आज भी इस मंदिर के खंडहर अपनी भव्यता और सुंदरता से लोगों को मंत्रमुग्ध करते हैं. ** कोणार्क मंदिर के कुछ प्रमुख आकर्षण** * रथ के आकार का मंदिर * विशाल सूर्य मूर्ति * नृत्य और संगीत के देवी-देवताओं की मूर्तियां * अद्भुत वास्तुकला * सुंदर मूर्तिकला * *कोणार्क मंदिर कैसे पहुंचे* * कोणार्क मंदिर पुरी शहर से लगभग 35 किलोमीटर दूर स्थित है. पुरी शहर भारत के सभी प्रमुख शहरों से सड़क, रेल और हवाई मार्ग से जुड़ा हुआ है. * *कोणार्क मंदिर में

श्रवण मास 2023

**श्रावण माह 2023** श्रावण माह हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण महीना है. यह भगवान शिव को समर्पित है और इस दौरान लोग उनकी पूजा-अर्चना करते हैं. श्रावण माह में भगवान शिव की पूजा करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है. श्रावण माह की शुरुआत 14 जुलाई 2023 को होगी और यह 27 अगस्त 2023 को समाप्त होगी. इस महीने में हर सोमवार को लोग भगवान शिव का व्रत रखते हैं. इस व्रत में लोग सुबह जल्दी उठकर स्नान करते हैं और फिर भगवान शिव की पूजा करते हैं. वे शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं और धूप-दीप जलाते हैं. वे भगवान शिव के मंत्रों का जाप करते हैं और भगवान शिव से अपने सभी पापों के क्षमा की प्रार्थना करते हैं. श्रावण माह में लोग भगवान शिव के मंदिरों में भी जाते हैं और भगवान शिव के दर्शन करते हैं. वे भगवान शिव के भजन गाते हैं और भगवान शिव की आरती करते हैं. वे भगवान शिव से अपने सभी मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना करते हैं. श्रावण माह एक पवित्र महीना है और इस महीने में लोग भगवान शिव की पूजा करके अपने जीवन में सुख, शांति और समृद्धि प्राप्त करते हैं. **श्रावण माह के महत्व** श्रावण माह का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है. यह

**द्वारका धाम में लगा छोटे वस्त्रों पर प्रतिबंध**

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 **द्वारका धाम में लगा छोटे वस्त्रों पर प्रतिबंध** द्वारका धाम में लगा छोटे वस्त्रों पर प्रतिबंध द्वारका धाम, गुजरात में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है. यह मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है और देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु हर साल यहां दर्शन करने आते हैं. हाल ही में, मंदिर प्रशासन ने छोटे वस्त्रों में दर्शन करने पर प्रतिबंध लगा दिया है. इस प्रतिबंध को लेकर कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं. कुछ लोग इस प्रतिबंध का स्वागत कर रहे हैं, जबकि कुछ इसे धार्मिक कट्टरता का प्रतीक मान रहे हैं. दरअसल, मंदिर प्रशासन का कहना है कि यह प्रतिबंध धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने से रोकने के लिए लगाया गया है. मंदिर प्रशासन का कहना है कि कई बार श्रद्धालु ऐसे कपड़े पहनकर दर्शन करने आते हैं, जो धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं. ऐसे कपड़ों में दर्शन करने से भगवान कृष्ण की गरिमा को भी ठेस पहुंचती है. हालांकि, कुछ लोग इस प्रतिबंध का विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि यह प्रतिबंध धार्मिक कट्टरता का प्रतीक है. उनका कहना है कि हर व्यक्ति को अपने मन मुताबिक कपड़े पहनने का अधिकार है. मंदिर प्रशासन को लोगों के धार

आज का राशि फल जाने क्या ही आज आपकी किस्मत में

यहां 12 राशियों का राशिफल है: **मेष** आज आपके लिए एक अच्छा दिन होने की संभावना है. आप ऊर्जावान और उत्साही महसूस करेंगे और आप जो भी काम करेंगे उसमें सफल होंगे. आपका प्रेम जीवन भी अच्छा रहेगा और आप अपने साथी के साथ घूमने या किसी रोमांटिक डिनर पर जाने का आनंद लेंगे. **वृषभ** आज आपके लिए एक शांत और सुखद दिन होने की संभावना है. आप अपने घर पर आराम करना और अपने दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताना पसंद करेंगे. आप कुछ रचनात्मक काम भी कर सकते हैं, जैसे कि लिखना, पेंटिंग या संगीत बजाना. **मिथुन** आज आपके लिए एक सामाजिक और सक्रिय दिन होने की संभावना है. आप अपने दोस्तों और परिवार के साथ घूमने जाएंगे या किसी पार्टी में शामिल होंगे. आप नए लोगों से भी मिलेंगे और नए दोस्त बनाएंगे. **कर्क** आज आपके लिए एक भावुक दिन होने की संभावना है. आप अपने परिवार और दोस्तों के प्रति अधिक संवेदनशील महसूस करेंगे और आप उनके साथ अपने विचारों और भावनाओं को साझा करना चाहेंगे. आप कुछ रचनात्मक काम भी कर सकते हैं, जैसे कि लिखना, पेंटिंग या संगीत बजाना. **सिंह** आज आपके लिए एक शक्तिशाली और आत्मविश्वासी दिन होने की संभावना है.

महादेव को क्यों प्रिय है धतूरा ?

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 महादेव जी की पूजा में धतूरा जरूर शामिल किया जाता है। कहा जाता है कि संमुद्र मंथन के बाद जब महादेव जी ने विष ग्रहण किया और अपने कंठ में रख लिया, तब से धतूरे को इस हलाहल के प्रतिकात्मक स्वरूप भगवान शंकर को चढ़ाया जाता है और इसका फूल भी इसी लिए उन्हें इतना अधिक प्रिय है। ऐसी मान्यता है कि धतूरा का फूल भगवान शिवजी को चढ़ाने से शिवजी के कंठ में एकत्रित विष के प्रभाव को शांत करने में मदद मिलती है। यदि आप महादेव जी को धतूरा का फूल चढ़ाती हैं तो जीवन की समस्याओं से मुक्ति मिलती है और दुश्मनों से विजय प्राप्त करने में मदद मिलती है। धतूरा के फूल के प्रभाव से भक्तों की आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं। शिवपुराण के अनुसार, भगवान शिव को धतूरा बहुत प्रिय है. धतूरे को भगवान शिव की पूजा में अत्यंत महत्व दिया जाता है. धतूरे को भगवान शिव को अर्पित करने से मनोवांछित फल मिलता है और भगवान शिव प्रसन्न होते हैं. धतूरे को भगवान शिव की पूजा में अत्यंत महत्व दिया जाता है.

ऋग्वेद में सात अमर लोगों का उल्लेख है, जिन्हें सप्त चिरंजीवी कहा जाता है. ये हैं:

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ऋग्वेद में सात अमर लोगों का उल्लेख है, जिन्हें सप्त चिरंजीवी कहा जाता है. ये हैं: * अश्वत्थामा * बलि * विभीषण * हनुमान * कृपाचार्य * परशुराम * मार्कंडेय ऋषि अश्वत्थामा महाभारत में एक पात्र था. वह द्रोणाचार्य का पुत्र था और कौरवों की ओर से युद्ध लड़ा था. युद्ध के बाद, अश्वत्थामा ने एक अस्त्र का प्रयोग किया, जिससे सभी पांडवों के पुत्र मर गए. अश्वत्थामा को शाप दिया गया था कि वह अमर रहेगा और कभी भी शांति नहीं पा पाएगा. बलि एक दैत्यराज था. वह बहुत शक्तिशाली था और असुरों का राजा था. बलि ने देवताओं को युद्ध में पराजित किया और स्वर्ग पर कब्जा कर लिया. देवताओं ने भगवान विष्णु से मदद मांगी और भगवान विष्णु ने बलि को अपना दास बना लिया. विभीषण रामायण में एक पात्र था. वह रावण का भाई था, लेकिन वह राम का भक्त था. विभीषण ने रावण के खिलाफ युद्ध लड़ा और राम की जीत में मदद की. राम ने विभीषण को लंका का राजा बनाया. भगवान हनुमान रामायण में एक पात्र था. वह एक वानर था और राम का सबसे बड़ा भक्त था. भगवान हनुमान ने राम को कई बार मदद की, जिसमें लंका पर आक्रमण करना और सीता को खोजना भी शामिल था. हनुमान को भगवान शिव